आपका मेरी वेबसाइट samagrashiksha.com में स्वागत है।इस पोस्ट में हम UP Board Class 12th Civics half yearly exam 2022-2023|यूपी बोर्ड कक्षा 12 अर्धवार्षिक परीक्षा 2022-2023 विषय नागरिकशास्त्र का question paper लेकर आये हैं।up board half yearly exam के मॉडल पेपर का solution भी मिलेगा।इस पोस्ट में उत्तरप्रदेश बोर्ड की हाफ इयरली एग्जाम क्लास 12th के रसायनशास्त्र विषय का मॉडल पेपर हल सहित लेकर आये है।
इसके साथ ही इस वेबसाइट पर Class 9th,Class 10th, Class11th,Class12th के सभी विषयों के महत्वपूर्ण प्रश्न संग्रह व मॉडल पेपर मिलेंगे। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा कक्षा 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं में पढ़ने वाले छात्रों के लिए हर साल up board half yearly exam (यूपी बोर्ड अर्धवार्षिक परीक्षा) का आयोजन किया जाता है।हर साल की तरह इस साल भी लाखों छात्र यूपी बोर्ड up board exam पेपर 2023 का इंतजार कर रहे हैं।
लेकिन यूपी बोर्ड वार्षिक परीक्षा से पहले up board 12th class half yearly exam होना है जो कि UP Board yearly exam के हिसाब से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि Up board half yearly exam paper में से कुछ प्रश्न आ सकते है।सभी छात्रों का इंतजार जल्द ही खत्म होने जा रहा है क्योंकि upmsp द्वारा शैक्षणिक वर्ष 2022-23 में होने वाली अर्धवार्षिक परीक्षा के लिए UP Board 12th Class half yearly exam Paper 2022-2023 के लिए कैलेंडर जारी कर दिया गया है।
अर्द्धवार्षिक परीक्षा कक्षा-12वी विषय- नागरिक शास्त्र
समय: 3.00 घंटे। MVP पूर्णांक : 100
बहुविकल्पीय प्रश्न
सही विकल्प घोटकर अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखिए। 1. निम्नलिखित में से कौन सा एक गुट निरपेक्ष देश नहीं है।
(अ) ब्रिटेन
(ब) श्रीलंका
(स) मिस्त्र
(द) इंडोनेशिया
उत्तर –(अ) ब्रिटेन
- निम्नलिखित में से कौन सी गोर्बाचेव की सुधार प्रणालियाँ –
(अ) ग्लास्नोत
(म) पेरेस्त्रोइका
(स) उसक्रोनी
(द) सभी
उत्तर –(द) सभी
- यूरोपीय संघ की स्थापना हुई
(अ)1942
(ब)1928
(स) 1993
(द) 1999
उत्तर –(स) 1993
4.राज्य पुनर्गठन अधिनियन संसद से कम पारित हुआ
(अ) 1952
(ब)1956
(स) 1957
(द)1959
उत्तर –(ब)1956
- हरित क्रान्ति में किसकी उत्पादकता में कई गुना वृद्धि की गई थी
(अ) जी
(ब) गेहूँ
(स) सरसों
(द) गन्ना
उत्तर –(ब) गेहूँ
[ अतिलघुउत्तरीय प्रश्न ]
- मिश्रित अर्थव्यवस्था क्या है?
उत्तर –मिश्रित आर्थिक प्रणाली एक ऐसी प्रणाली है जो पूंजीवाद और समाजवाद दोनों के पहलुओं को जोड़ती है । एक मिश्रित आर्थिक प्रणाली निजी संपत्ति की रक्षा करती है और पूंजी के उपयोग में आर्थिक स्वतंत्रता के स्तर की अनुमति देती है, लेकिन सामाजिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सरकारों को आर्थिक गतिविधियों में हस्तक्षेप करने की भी अनुमति देती है।
7.श्वेत क्रान्ति’ किससे सम्बन्धित है
उत्तर –दुग्ध क्रान्ति या ऑपरेशन फ्लड भारत की योजना है जिससे कि भारत में दूध की कमी को दूर किया जा सके। इसे ‘श्वेत क्रांति’ भी कहते हैं। 13 जनवरी 1970 को इसकी शुुुरुवात हुई ।
- महात्मा गांधी का हत्यारा कौन था ?
उत्तर –30 जनवरी 1948 की शाम को, नाथूराम विनायक गोडसे ने मोहनदास करमचंद गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी, क्योंकि भारत के सबसे सम्मानित नेता राजधानी दिल्ली में एक प्रार्थना सभा से निकले। 38 वर्षीय जोशीला दक्षिणपंथी पार्टी हिंदू महासभा के सदस्य थे।
9.’शीतयुद्ध’ से क्या अभिप्राय है?
उत्तर –शीतयुद्ध का अर्थ
इस युद्ध में दोनों महाशक्तियों ने अपने वैचारिक मतभेद ही प्रमुख रखे। यह एक प्रकार का कूटनीतिक युद्ध था जो महाशक्तियों के संकीर्ण स्वार्थ सिद्धियों के प्रयासों पर ही आधारित रहा। शीत युद्ध एक प्रकार का वाक युद्ध / जो कागज के गोलों, पत्र-पत्रिकाओं, रेडियो तथा प्रचार साधनों तक ही लड़ा गया।
- सोवियत संघ का विघटन कब हुआ था?
उत्तर –सोवियत संघ का विघटन सोवियत संघ (USSR) के भीतर आंतरिक विघटन की प्रक्रिया थी, जिसके परिणामस्वरूप देश और इसकी संघीय सरकार का एक संप्रभु राज्य के रूप में अस्तित्व समाप्त हो गया, जिसके परिणामस्वरूप इसके घटक गणराज्यों को 26 दिसंबर 1991 को पूर्ण संप्रभुता प्राप्त हुई। - क्षेत्रीय संगठन से क्या अभिप्राय है?
उत्तर –जब किसी क्षेत्र में स्थित देश अपने कुछ विशेष उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, किसी संगठन का निर्माण कर लेते हैं । तो ऐसे संगठन को ही क्षेत्रीय संगठन कहा जाता है । क्षेत्रीय संगठन जैसे यूरोपीय संघ, आसियान, सार्क यह सब क्षेत्रीय संगठन है[ लघु उत्तरीय प्रश्न ]
- क्यूबा का मिसाइल संकट क्या था ??
उत्तर –क्यूबा मिसाइल संकट की शुरुआत 1962 में हुई थी। 14 अक्टूबर को जब एक अमेरिकी टोही विमान ने देखा कि सिर्फ कुछ किलोमीटर की दूरी पर क्यूबा में सोवियत संघ ने परमाणु मिसाइलें तैनात कर दी हैं तब उसे इस खतरे की गंभीरता का अंदाजा लगा। जिसके बाद तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति को सोवियत संघ के पास बातचीत के लिए प्रस्ताव भेजना पड़ा। - भारत के विभाजन के क्या परिणाम हुए?
उत्तर –जब बँटवारा हुआ तो इसका सबसे ज्यादा कष्ट कश्मीर, पंजाब, बंगाल और सिंध के हिन्दू और मुस्लिम को हुआ। इस तरह हमारे भारत वर्ष में 662 रियासतें बनी थीं। जिसमें से 565 रजबाड़े ब्रिटिश सरकार के कब्जे में थे। 565 रजवाड़ों में से 552 रियासतों ने अपनी इच्छानुसार भारतीय संघ में शामिल होना चाहा। - सोवियत प्रणाली के प्रमुख दोषों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर –सोवियत प्रणाली के प्रमुख दोष –
सोवियत प्रणाली सत्तावादी होती चली गई तथा जन साधारण का जीवन लगातार कठिन होता चला गया। ⦁ सोवियत संघ में कम्युनिस्ट पार्टी का एकदलीय कठोर शासन था। साम्यवादी दल का देश की समस्त संस्थाओं पर कड़ा नियन्त्रण था तथा यह दल जनसाधारण के प्रति उत्तरदायी भी नहीं था।
15.क्षेत्रीय संगठनों को बनाने के उद्देश्य क्या है?
उत्तर –क्षेत्रीय संगठनों को बनाने का उद्देश्य अपने – अपने क्षेत्र में चलने वाली ऐतिहासिक दुश्मनियों को भुला देना है। साथ ही साथ जो भी कमरोरियाँ या कठिनाइया क्षेत्रीय देशों के सामने आएँ उन्हें परस्पर सहयोग से स्थानीय स्तर पर उनका समाधान ढूढ़ने का प्रयास करना है।
- भारत में खाद्यान्न संकट के कोई तीन कारण बताइये
उत्तर –स्वतंत्रता से पहले द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत को खाद्य की भारी कमी का सामना करना पड़ा था और अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 01 दिसम्बर, 1942 को गवर्नर जनरल्स काउंसिल के वाणिज्य सदस्य के अधीन एक खाद्य विभाग की स्थापना की गई थी। - नई कृषि नीति सरकार ने क्यों अपनाई ?
उत्तर –28 जुलाई, 2000 को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय कृषि नीति घोषित की गई। इस नीति के प्रमुख उद्देश्य हैं- भारतीय कृषि की छिपी हुई व्यापक विकास संभावनाओं को खोजकर उनका सम्पूर्ण लाभ उठाना; ग्रामीण अवसंरचना को और अधिक दृढ़ बनाना ताकि कृषि सम्बन्धी विकास को प्रोत्साहन मिल सके; ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अधिकाधिक अवसरों का सृजन करना; कृषकों, कृषि श्रमिकों एवं उनके परिवारों हेतु समुचित जीवन स्तर की व्यवस्था करना; ग्रामीण क्षेत्रों की ओर से शहरों की ओर पलायन पर अंकुश लगाना, तथा; आर्थिक उदारीकरण एवं भूमण्डलीकरण से उत्पन्न होने वाली विभिन्न चुनौतियों का सामना करना।
लक्ष्य
1.कृषि क्षेत्र में 4 प्रतिशत प्रतिवर्ष से अधिक संवृद्धि दर प्राप्त करना।
2.ऐसा कृषि विकास सुनिश्चित करना जो संसाधनों का कुशल प्रयोग कर सके तथा हमारे भूमि, जल एवं जैव-विविधता की रक्षा कर सके।
3.विकास के साथ-साथ समानता अर्थात् ऐसा विकास जो सभी क्षेत्रों में और सभी किसानों को लाभान्वित कर सके ।
4.विकास मांग से प्रेरित हो तथा घरेलू बाजारों की आवश्यकता को पूर्ण करने के साथ-साथ आर्थिक उदारीकरण एवं भूमण्डलीकरण से उत्पन्न कृषि निर्यातों के समक्ष आने वाली चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करते हुए अधिकाधिक लाभ प्राप्त कर सके ।
- विकास जो तकनीकी रूप से, पर्यावरण रूप से तथा आर्थिक रूप से धारणीय हो । सुधार के
[ दीर्घ उत्तरीय प्रश्न ]
- शीतयुद्ध के कारणों का सविस्तार वर्णन कीजिए।
उत्तर – द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात् विश्व का शक्ति सन्तुलन बिगड़ गया। जर्मनी, जापान और इटली की पराजय के बाद यूरोप के राष्ट्र दुर्बल हो गए। ब्रिटेन तथा फ्रांस की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा गई और वे विजयी होते हुए भी द्वितीय श्रेणी के राष्ट्र बनकर रह गए। अब रूस तथा अमेरिका विश्व की प्रमुख शक्तियों के रूप में उभरे। दोनों ही विश्व में अपना प्रभाव बढ़ाना चाहते थे, अत: उनमें दिन-प्रतिदिन प्रतिद्वन्द्विता बढ़ती गई। फलतः विश्व दो शिविरों में बँट गया। एक शिविर साम्यवादी देशों का था, जिसका नेतृत्व रूस कर रहा था तथा दसरा शिविर पश्चिम के पूँजीवादी देशों का था, जिसका नेतृत्व अमेरिका कर रहा था।
नव-स्वतन्त्र राष्ट्र अथवा अन्य दुर्बल राष्ट्र इन दोनों में से किसी-न किसी एक को अपना नेता मान रहे थे और उन्हीं के राजनीतिक निर्देशों के अनुसार अपने विभिन्न राष्ट्रों के विकास कार्या में संलग्न थे। ये दोनों महाशक्तियाँ आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से इतनी अधिक शक्तिशाली हो गई कि एक या कई राष्ट्र भी मिलकर इनका सामना नहीं कर सकते थे। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ये दोनों शक्ति गट अपने प्रभाव में लगातार वृद्धि करते रहे। इससे मतभेद, तनाव और बैर-विरोध की वृद्धि हुई । विश्वम राजनीतिक तनाव युद्ध जैसी स्थिति में पहंच चका था किन्तु वास्तविक युद्ध से डरते हैं। अत. युद्ध जैसी बनी हुई इस तनावपूर्ण स्थिति को शीत युद्ध कहत है।
शीत युद्ध का अर्थ एवं प्रकृति
द्वितीय विश्व युद्ध से पहले सोवियत संघ और अमेरिका स्वार्थवश एक हो गए थे, परन्तु बाद में दोनों के मध्य मतभेद गम्भीर रूप धारण करने लगे। विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय समस्याओं और अपने-अपने स्वार्थों के कारण मतभेदों ने विश्व में एक गहरा तनाव उत्पन्न कर दिया। इस तनाव व युद्ध की स्थिति को ही शीत युद्ध की संज्ञा दी जाती है। यह एक प्रकार का वाक युद्ध है. जिसे पत्र-पत्रिकाओं, रेडियो तथा प्रचार साधनों द्वारा लड़ा जाता है। यह एक प्रचारात्मक युद्ध है, जिसमें एक महाशक्ति दूसरे के खिलाफ घृणित प्रचार का सहारा लेती है। यह एक प्रकार का कूटनीतिक युद्ध भी है।
19.सोवियत व्यवस्था की मुख्य विशेषताएँ बताइए।
उत्तर –सोवियत संघ में सम्पत्ति पर राज्य का स्वामित्व एवं नियन्त्रण था।
⦁ सोवियत संघ की संचार प्रणाली बहुत उन्नत थी। इसके दूर-दराज के क्षेत्र भी आवागमन की सुव्यवस्थित एवं विशाल प्रणाली के कारण आपस में जुड़े हुए थे।
⦁ सोवियत संघ के पास विशाल ऊर्जा संसाधन थे जिनमें खनिज तेल, लोहा, उर्वरक, इस्पात व मशीनरी आदि शामिल थे।
- स्वतन्त्र भारत के आर्थिक जित, आंगनिवेशिक शासन के आर्थिक दिनों से किस प्रकार भिन्न थे?
अथवा
भारत पाक सम्बन्धों को प्रभावित करने वाली किन्हीं । प्रमुख मुद्दों को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर –भारत और पाकिस्तान में सम्बन्ध हमेशा से ही ऐतिहासिक और राजनैतिक मुद्दों कि वजह से तनाव में रहे हैं। इन देशों में इस रिश्ते का मूल कारण भारत के विभाजन को देखा जाता है। कश्मीर विवाद इन दोनों देशों को आज तक उलझाए है और दोनों देश कई बार इस विवाद को लेकर सैनिक समझौते व युद्ध कर चुके हैं। इन देशों में तनाव मौजूद है जबकि दोनों ही देश भारत के इतिहास, सभ्यता, भूगोल और अर्थव्यवस्था से जुड़े हुए हैं।
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